तीन दिन में बननी है कार्य योजना, वर्किंग के लिये बनेगी कमेटी

भोपाल

सीएम डा. मोहन यादव के आदेश के बाद अब राजधानी के बीआरटीएस कारीडोर मुक्त भोपाल को बनाने की कवायद शुरू हो गयी है। इसके लिये आज सुबह नगर निगम कमिश्नर फ्रेंक ए नोबल ने कॉरीडोर का दौरा कर उसकी स्थिति का जायजा लिया। प्रशासन इसे तोड़ने की कार्ययोजना बनाएगा। इसके लिए निगम के अफसरों की एक टीम कॉरिडोर में बने स्टॉपेज और डिवाइडरों को किस तरह से तोड़ा जाए इसकी रिपोर्ट बना कर देगी। 

कॉरीडोर को खत्म करने के लिये वर्किंग करने वाली  टीम में बीसीएलएल के इंजार्च निगम के अपर आयुक्त, उपायुक्तों की टीम बनेगी जो इसमें होने वाले व्यय का भी आंकलन करेगी। इस टीम में बीसीएलएल और स्मार्ट सिटी के प्रभारी गौरव बैनल और निगम आयुक्त फ्रेंक ए नोबल मुख्य रूप से रहेंगे। उनके साथ एडीशनल आयुक्त पवनकुमार सिंह और उपायुक्तों की टीम इंजीनियरों के साथ इसकी वर्किंग करेगी।  गौर तलब है कि बैरागढ़ से लेकर मिसरोद तक 21 किमी के कॉरीडोर को खत्म करने के लिये हैवी ट्रैफिक के बीच किस तरह से काम किया जाएगा यह भी प्लान किया जाएगा। कॉरीडोर को खत्म करने के लिये सबसे पहले उस एरिया से काम शुरू होगा जहां पर टैÑफिक लोड कम रहता है।

उमा भारती बोलीं-जांच होनी चाहिए
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव की सरकार के द्वारा बीआरटीएस कारिडोर हटाने का फैसला व्यवहारिक एवं प्रशंसनीय है । ये बनाये ही क्यों गए इसकी जांच होनी चाहिए क्योंकि ऐसी गलतियाँ सरकार के सैकड़ों करोड़ों का नाश लगा देती हैं।

मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव के निर्देश के बाद बीआरटीएस कारीडोर को तोड़ने की प्लानिंग की जा रही है। कार्य योजना बनाने के बाद आगे कार्यवाही शुरू की जाएगी। इसमें विशेषज्ञो ंकी मदद लेकर परफेक्ट वर्किंग पर फोकस किया जा रहा है।  
फ्रेंक ए नोबल, कमिश्नर, नगर निगम भोपाल